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पति-पत्नी के रिश्तों की नींव उनके आपसी सहयोग और विश्वास पर टिकी होती हैं। अच्छे पति-पत्नी एक दूसरे की भावनाओं की कद्र करते हैं और वो अपने रिश्ते की गर्माहट को बनाएं रखने के लिए कभी एक-दूसरे को तोहफा देते हैं, तो कहीं बाहर घूमने जाते हैं। इन सब के बावजूद कई बार पति-पत्नी के बीच छोटी-मोटी बातों को लेकर लड़ाई-झगड़े हो जाते हैं और इससे उनके रिश्तों में दरार आ जाती हैं।

आज की तेज रफ्तार जिंदगी में तनाव होना आम बात है लेकिन अगर आपके रिश्तों में भी किसी वजह से तनाव आने लगे तो उसका समाधान जरूरी है। शादीशुदा जिंदगी में ऐसी समस्याएं अक्सर देखने को मिलती हैं। जब पति-पत्नी के बीच रिश्ते मधुर नही रह जाते हैं तो दोनों का जीवन काफी तनावपूर्ण हो जाता है। जिसका असर उनके स्वास्थ्य पर भी पड़ता है और यह तनाव आपके ही नही बल्कि पूरे परिवार के लिए बहुत ही नुकसानदेह होता है। शादीशुदा जिंदगी में तनाव होने की कई वजहें हैं। आइए इस लेख से जानते हैं कि पति पत्नी के बीच पनपने वाले तनाव के क्या कारण हैं।

जब पार्टनर हमेशा रहता हो हावी

लोगों की शादीशुदा जिंदगी में कई बार देखने को मिलता है कि पति पत्नी की इच्छाओं को पूर्ण करने की नाकाम कोशिश करता है। जिसके कारण दोनों में से एक की भावनाएं दिल में ही दबी रह जाती हैं वह एक दूसरे से अपनी बातें कह नही पाते हैं। इससे रिश्तों में दरार पड़ जाती है और जिंदगी तनावपूर्ण होती चली जाती है। जबकि ऐसे समय में एक दूसरे के इलाज की जरूरत होती है।

अकेलापन

अक्सर यह देखने को मिलता कि आपके पति ऑफिस गए होते हैं और आप घर में अकेली होती हैं इस वजह से दोनों कभी भी एक साथ समय नही बिता पाते हैं यहां तक कि ठीक तरह से बातचीत भी नही हो पाती है। रात में घर आने के बाद भी काम की वजह से एक दूसरे के बीच दूरी बनी रहती है इससे कहीं न कहीं दोनों की जिंदगी अकेलेपन की शिकार हो जाती है।

कम्यूनिकेशन गैप

इंसान एक दूसरे की भावनाओं को तभी समझ सकता है जब उनके बीच कम्युनिकेशन गैप न हो यानी कि खूब बातें होती रहें। किसी भी रिश्तें में यदि कम्यूनिकेशन गैप है तो उस खाली जगह में तनाव अपना स्थान बना लेता है। जब आप दोनों की आपस में बातचीत नही होती तो तमाम तरह की बातें दिल में ही रह जाती है। इससे आप दुखी रहने लगते हैं जोकि तनाव का कारण बनता है।

पार्टनर की भावनाओं की समझना

एक अच्छी शादीशुदा जिंदगी में रिश्तों के प्रति अपने पार्टनर की भावनाओं को समझना बहुत जरूरी है। जब आप अपने पार्टनर की इच्छाओं की पूर्ति नहीं कर पाते हैं और गुस्से में अपशब्द कहते हैं या उसका सम्मान नही करते हैं तो कहीं न कहीं उनके दिल को ठेस पहुंचती है। कभी-कभी पार्टनर के बीच झगड़े भी रिश्तों की मर्यादा को चोट पहुंचाते हैं। जो शादीशुदा जीवन में तनाव का कारण बनते हैं।

रूचियां खत्म होना

किसी भी रिश्ते में प्यार और विश्वास का होना बहुत जरूरी हैं, लेकिन अक्सर देखा गया हैं कि पति संभोग के दौरान ज्यादा रूचि नहीं ले पाते हैं और अपने आपको कमजोर महसूस समझने लगते हैं जिस कारण वह तनाव की स्थिति में पहुंच जाते हैं। यही कारण है कि पति-पत्नी के आपसी संबंध को लेकर लड़ाई-झगड़े होने लगते हैं, जिस वजह से इन दोनों के बीच प्यार नहीं रह पाता हैं। रिश्ते में दरार आने लगती हैं। एक-दूसरे को मनाना और खुश रखने की कोशिश मजबूरी लगने लगती हैं और जिस कारण एक दूसरे के प्रति रूचि खत्म हो जाती हैं और रिश्ता टूटने के कगार पर आ जाता हैं।

बातचीत का अभाव होना

बातचीत एक सफल रिश्ते की नींव होती है खासकर पति-पत्नी के रिश्ते। एक-दूसरे से खुलकर बात न करने से रिश्ता दम तोड़ने लगता है। दो लोगों के विचार, तौर-तरीके, पसंद-नापसंद, अपेक्षाएं अलग-अलग होगी हीं, ऐसे में केवल बातों से एक-दूसरे को जानना-समझना संभव है और उसी का अभाव होगा तो रिश्तों में दरार तो आनी ही है। जिन पार्टनर्स के बीच बातचीत अच्छी तरह से होती है, वे एक-दूसरे से ज्यादा जुड़ाव रखते हैं।

चाहे कोई भी रिश्ता कितना ही मजबूत क्यों न हो, हर रिश्ते में कभी न कभी तनाव आ ही जाता है। यह तनाव किसी भी बात को लेकर हो सकता है। कई बार बहुत मामूली सी बात भी दरार डाल देती है। यही बात पति-पत्नी के रिश्ते में भी लागू होती है। ऐसे में आप तनाव का कारण पता करें और अपनी गलतियों को स्वीकारें और कमियों को दूर करने की कोशिश करें।

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