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मां बनना हर औरत के लिए एक खूबसूरत अहसास होता है। बच्चे के जन्म के दौरान माँ बहुत थक जाती है और उसके शरीर को पूरी तरह ठीक होने में थोड़ा समय लगता है। इसके अलावा प्रेगनेंसी के बाद माँ को कुछ शारीरिक और मानसिक परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है, जिससे माँ के साथ ही साथ शिशु को भी तकलीफ़ हो सकती है। क्योंकि प्रसव के बाद स्त्री के शरीर, भावनाओं सहित सामाजिक रिश्तों तक में कई बदलाव आने लगते हैं। नींद पूरी न होने व दिनचर्या बिगड़ने से उसमे चिड़चिड़ापन, बेचैनी, डिप्रेशन, थकान, मूड स्विंग, अशांति जैसे लक्षण दिखने लगते हैं। एक शोध के मुताबिक लगभग 13 फीसदी स्त्रियां प्रसव के बाद डिप्रेशन से जूझती हैं हालांकि ये बदलाव अस्थाई होते हैं, लेकिन समय रहते ध्यान न दिया जाए तो इससे स्त्री में नकारात्मक दृष्टिकोण व असुरक्षा भय पैदा हो सकता है। ऐसे में प्रसव के दौरान मां का शरीर काफी मुश्किल दौर से गुजरता है और इसकी रिकवरी करने के लिए आपके शरीर को काफी समय लगता है। इसलिए प्रसव के बाद जरुरी है कि आप अपना पहले से अधिक ख्याल रखें ताकि आप शिशु को भी सही देखभाल दे पाएं। अकसर हम देखते है कि बच्चे की जरूरतों का ध्यान तो मां रखती है और अपने आप को कम महत्व देने लगती है पर आपको पहले खुद का ध्यान रखना होगा क्योंकि आप खुद ठीक रहेंगी तभी तो अपने बच्चे कि सही देखभाल कर पायेंगी। इसलिए प्रसव के बाद मां को अपनी खास केयर करने की जरूरत होती है। इस समय इंफैक्शन से अपना खास ख्याल रखना पड़ता है व कुछ खास बातों की तरफ ध्यान देकर आप हैल्दी भी रह सकती हैं। तो चलिए हम आपको बताते हैं कि प्रसव के बाद मां क्या सावधानी बरतनी चाहिए।

-डॉक्टर के अनुसार हर व्यक्ति को 8 घंटे की नींद लेना बहुत आवश्यक है। इसलिए प्रेगनेंसी के बाद माँ को अपनी नींद पर पूरा ध्यान देना चाहिए। लेकिन शिशु की वजह से नींद लेना संभव नहीं होता है इसलिए जब कभी भी शिशु सो जाये तो उस वक्त सोने की कोशिश करें ताकि आपको भी आराम मिल जाएं।
-प्रसव के बाद यदि आप व्यायाम करना चाहती हैं तो हेल्थ केयर प्रोवाइडर की सलाह जरूर लें। हालांकि आपका शरीर इस दौरान व्यायाम करने के लिए तैयार नहीं होगा इसलिए आप टहलने जा सकती हैं।
-प्रेगनेंसी के बाद माँ के शरीर को पूरी तरह से रिकवर होने के लिए पोषण की सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है। इसलिए आप पोषण से भरपूर डाइट जरूर लें।
-अपने आहार में डेयरी उत्पाद, प्रोटीन, फलों, हरी पत्तेदार सब्जियां आदि शामिल करें।
-प्रसव के बाद बिना डॉक्टर की सलाह के घर या बाहर कोई भी ऐसा काम ना करें जिससे आपके पेट या योनि में खिंचाव हो। क्योंकि आपके शरीर के अंदरूनी भागों को स्वस्थ होने में काफी समय लगता है।
-पेशाब को करने में देरी नहीं करनी चाहिए ऐसा करने से आपके टांकों पर दबाव पड़ सकता है जो आपके लिए बहुत कष्टदायक हो सकता है।
-प्रेगनेंसी के बाद जब मां अंदरूनी रूप से स्वस्थ न हो जाएं शारीरिक संबंधों से दूर रहें। इससे आपको तथा आपके पार्टनर दोनों को परेशानी उठानी पड़ सकती है।

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