इस वैधानिक चेतावनी के बावजूद कि धूम्रपान सेवन स्वास्थ्य के लिए कितना हानिकारक है, इसके बाद भी पुरूष तो पुरूष महिलाएं भी धूम्रपान का आनन्द लेते पाये जाते है। इस लत के कारण 10 में से 1 मौत का यह कारण अवश्य होता हैं। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि रोजाना धूम्रपान करने वाले लोगों कि संख्या इस देश में एक अरब से भी ज्यादा है। क्या जरूरत है ऐसे शोक की जो भविष्य में गले की हड्डी बन जाये
गर्मी के मौसम में लग सकती है लू, बरतें सावधानियां
गर्मियों के दिनों में लोगों को सबसे ज्यादा डर जो लगता है वह है लू। इसीलिए गर्मियों के दिनों में कई तरह की सावधानियां बरतनी पड़ती है लेकिन थोड़ी लापरवाही के कारण लू लगने की संभावना बनी रहती है। यह गर्म हवा अधिकतर मई जून के तेज गर्मी वाले महीनो में चलती है। जो मानव स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक होती हैं। यह गर्म हवा आपके शरीर के तापमान को इतना अधिक बढ़ा देती हैं, कि इससे जान को भी
खर्राटों से हैं परेशान? अपनाएं ये उपाय आसान
दिनभर की भागदौड़ के बाद रात को जब आप बिस्तर पर सोने जाते हैं, तो साथी के खर्राटे आपको सोने नहीं देते। सोते समय दूसरों के खर्राटों से लोग अक्सर परेशान रहते हैं। कई लोगों के साथ तो ऐसा भी होता है कि दूसरों के खर्राटों की वजह से उन्हें पूरी रात नींद ही नहीं आती है। खर्राटों को लेकर कहा जाता है कि गले का पिछला हिस्सा जब संकरा हो जाता है और ऑक्सीजन उस रास्ते से होकर जाती
स्पर्म बेहतर चाहिए तो ये काम न करें
दुनिया भर के कई देशों में पुरुषों के शुक्राणुओं की संख्या में आ रही गिरावट डॉक्टरों की चिंता का कारण बना हुआ है। पुरुषों में तो पिछले 40 सालों से कम वक़्त के दौरान स्पर्म काउंट आधा हो गया है। कहने का तात्पर्य शुक्राणुओं की संख्या में गिरावट का सीधा संबंध प्रजनन क्षमता से है। वास्तव में आपका स्पर्म कैसा होगा, यह कई चीजों पर निर्भर करता है. मसलन, आपका स्पर्म काउंट यानी शुक्राणु की संख्या कितनी है इसका संबंध
अगर दिखें ये संकेत तो हो सकता है हार्ट अटैक
अनियमित खान-पान और गलत जीवन शैली के चलते हमारा शरीर कई तरह के रोगों की चपेट में आ चुका है। इन्ही रोगों में से एक है सबसे खतरनाक बीमारी जिसको हार्ट अटैक यानि दिल का दौरा पड़ना भी कहा जाता है। इस बीमारी का सबसे ज्यादा खतरा 30 वर्ष से ऊपर के लोगों को होता था लेकिन अब यह किसी भी उम्र में किसी को भी हो सकता है। क्योंकि रोजमर्रा की भाग-दौड़ और लगातार बदलती जीवनशैली से आम लोगों
वैवाहिक जीवन को खुशहाल बनाने के लिए करें ये उपाय
हर पुरूष की इच्छा होती है कि उसकी पत्नी उनकी इच्छाओं को समझे और उन्हें हर सुख दे। लेकिन हम आपको बता दें कि यह तभी संभव है जब हम पत्नी के मन की स्थिति को पूरी तरह से समझे। अगर आप उनके मन की स्थिति को समझ गये तो समझिये वह हमेशा आपकी बनी रहेगी। इसीलिए जरूरी है उन मुख्य बातों को समझने की जो पत्नी अपने पति में चाहती हैं। बहुत से पुरूष तो ये समझ ही नहीं
जानिए पुराना दर्द बन सकता है घातक
शोध के अनुसार आज भारवर्ष में मधुमेह, हृदयरोग और कैंसर से ज्यादा व्यक्ति क्रॉनिक दर्द यानि (लंबे समय तक रहने वाला दर्द) से पीड़ित हैं और इसकी संख्या में बढ़ोत्तरी होना एक आम बात हो गई है। जो व्यक्ति के भविष्य के लिए अच्छे संकेत नहीं है। दिक्कत यह है कि आज की इस भागदौड़ भरी जिन्दगी में व्यक्ति अपनी गलत जीवनशैली के चलते इसे गंभीरता से नहीं लेते हैं और जल्दी राहत पाने के लिए दर्द निवारक दवाओं व
फास्टफूड (जंक फूड) खाने से सेहत को होते यह नुकसान
अच्छा और स्वस्थ जीवन जीने के लिए सबसे पहले हमारे स्वास्थ्य का अच्छा होना बहुत महत्वपूर्ण होता है जिसके लिए हमें स्वस्थ खान-पान को अपनाने की जरूरत होती है, लेकिन आज की बदलती जीवनशैली के चलते लोग पोष्टिक आहार लेने की बजाए जंक फूड या फास्ट फूड खाना ज्यादा पसंद करते हैं। हालांकि जो चीज खाने में काफी स्वादिष्ट होती है, वहीं हमारी सेहत के लिए उतनी ही नुकसानदायक भी होती है। जंक फूड दिखने में बेशक कितने ही आकर्षक
अच्छी और गहरी नींद के लिए करें ये काम
आज का समय बहुत कम्पटीशन से भरा हुआ है। ऐसे में तनाव की समस्या का होना बहुत आम बात है। तनाव हमारी नींद को मुख्य रूप से प्रभावित करता है। जिस कारण हम लोग अनिद्रा के शिकार हो जाते हैं। अच्छी और आरामदायक नींद मिलना किसी भी व्यक्ति के लिए कोई खजाना मिलने से कम नहीं होता है। क्योंकि व्यक्ति पर्याप्त नींद न मिल पाने के कारण तनावग्रस्त हो जाता है तथा अनेक बीमारियों की चपेट में आने लगता है
अवसाद चिंता-विकार (डिप्रेशन, उदासी) प्रमुख जानकारी और निदान
डिप्रेशन एक मानसिक स्थिती होती है जिसमें व्यक्ति लंबे समय तक नाखुश रहता है। उसकी जिंदगी से रूचि खत्म होने लगती है और रोज़मर्रा के कामकाज़ से मन हटने लगता है। डिप्रेशन में किसी भी इंसान को अपना एनर्जी लेवल लगातार घटता महसूस होता है। इस तरह की भावनाओं से वर्कप्लेस पर किसी भी इंसान की परफॉर्मेंस पर असर पड़ता है। उसकी रोजमर्रा की जिंदगी भी प्रभावित हुए बिना नहीं रहती। इस तरह के डिप्रेशन को क्लिनिकल डिप्रेशन भी कहा